अक्सर लोग कहते हैं कि पढ़े-लिखे या पैसे वालों के बच्चों को ही बड़ी सरकारी नौकरी मिलती है। लेकिन इस कहावत को एक मजूदर माता-पिता के बेटे ने तोड़ दिया है।
राजस्थान के जोधपुर में रहने वाले अनपढ़ मां-बाप ने बेटे का सिलेक्शन यूपीएससी की परीक्षा में हो गया है।
बिना किसी कोचिंग के उसने यह कामयाबी हासिल की है। इससे पहले वह आईआईटी जैसे बड़ी परीक्षा भी पास कर चुका है।
आइए जानते हैं इस होनहार स्टूडेंट की कामयाबी की कहानी…अपनी मेहनत की दम पर कामयाबी के झंडे गाड़ने वाला यह होनहार स्टूडेंट 26 साल का सोहनलाल है।
जिसने यूपीएससी रिजल्ट 2021 में सोहनलाल को 681वीं रैंक हासिल की है। वह मूल रुप से जोधपुर के तिवरी तहसील के रामपुरा के राम नगर में अपने परिवार के साथ रहता है।
सोहन को पढ़ाने के लिए उसके गरीब माता-पिता ने कोई कसर नहीं छोड़ी। जबकि वह खुद दोनों अनपढ़ हैं।
आईएएस अफसर बनने वाले सोहनलाल ने अपनी कामयाबी की कहानी बताते हुए कहा कि उसने 10वीं तक की पढ़ाई गांव के ही राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से की है।
इसके बाद 11वीं और 12वीं के लिए वह कोटा चला गया था। 12वीं के साथ-साथ उसने आईआईटी की तैयारी की और उसका चयन भी हो गया।
जिसके बाद 2018 में मुंबई आईआईटी से इलेक्ट्रॉनिक्स की पढ़ाई पूरी की। फिर मैंने भी यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
आईआईटी पास होने के बाद जब प्लेसमेंट के लिए कंपनियां आईं तो मैंने उसमें अप्लाई नहीं किया। सोच लिया था कि अब तो आईएएस ही बनूंगा।
सोहनलाल ने बताया कि मैंने आईआईटी कंप्लीट होने के बाद चार साल ब्रेक लिया और सेल्फ स्टडी करके यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
बिना कोचिंग के घर पर ही कड़ी मेहनत से तैयारी की। इसके लिए यू-ट्यूब देखता और वहीं से नोट्स बनाता। रोजाना करीब यू-ट्यूब के जरिए 07 से 08 घंटे की पढ़ाई करता था।
पहली बार में इंटरव्यू तक पहुंचा लेकिन सिलेक्ट नहीं हो पाया। इसके बाद दूसरे और तीसरी बार में प्री भी क्लियर नहीं कर सका।
लेकिन में निराश नहीं हुआ माता-पिता और भाई ने हिम्मत दी और चौथी बार में सिलेक्शन हो गया।